ग़ज़ल 2000 धूप जनवरी की, फूल दिसम्बर के
ख़सरो, अमीर
ग़ज़ल 2000 धूप जनवरी की, फूल दिसम्बर के ग़ज़l 2000: dhūp janavarī kī, fūl disambar ke ख़सरो, अमीर - नई दिल्ली वाणी प्रकाशन भारत 2007 - 137पृ0 cm.
8181437571 (hbk) 500
20080
519, 21/03/2015, Vani Prakashan Textual
परशियन कविता
O164,1G08x, 152P0
ग़ज़ल 2000 धूप जनवरी की, फूल दिसम्बर के ग़ज़l 2000: dhūp janavarī kī, fūl disambar ke ख़सरो, अमीर - नई दिल्ली वाणी प्रकाशन भारत 2007 - 137पृ0 cm.
8181437571 (hbk) 500
20080
519, 21/03/2015, Vani Prakashan Textual
परशियन कविता
O164,1G08x, 152P0
