ज्ञान का स्वरूप भारतीय एवम् पाश्चात्य दार्शनिक मतों के परिप्रेक्ष्य में
सिन्हा, नीलिमा
ज्ञान का स्वरूप भारतीय एवम् पाश्चात्य दार्शनिक मतों के परिप्रेक्ष्य में Jnyān kā svarūpa: bhāratīya evam pāshchātya dārshanik matoan ke pariprekṣhya mean सिन्हा, नीलिमा - नई दिल्ली शारदा प्रका0 1989 - 164पृ. cm.
195,321
Textual
R21, 152M9
ज्ञान का स्वरूप भारतीय एवम् पाश्चात्य दार्शनिक मतों के परिप्रेक्ष्य में Jnyān kā svarūpa: bhāratīya evam pāshchātya dārshanik matoan ke pariprekṣhya mean सिन्हा, नीलिमा - नई दिल्ली शारदा प्रका0 1989 - 164पृ. cm.
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