पटनायक, किशन

विकल्पहीन नहीं है दुनिया* सभ्यता, समाज और बुद्धिजीवी की स्थिति पर कुछ विचार Vikalpahīn nahīan hai duniyā: sabhyatā, samāj aur buddhijīvī kī sthiti par kuchh vichāra पटनायक, किशन - नयी दिल्ली राजकमल प्रकाशन 2000 - 284पृ. cm.

8126700238 (hbk)

232,286

Textual

O152,6NPAx, P0