जैसवाल, श्याम मुरारी; अवस्थी, हरि कृष्ण, संपा.
जी पी श्रीवास्तव की कृतियों में हास्य विनोद
Jī pī shrīvāstav kī kṛutiyoan mean hāsya vinoda
जैसवाल, श्याम मुरारी; अवस्थी, हरि कृष्ण, संपा.
- 1963
- सेकसरिया अध्ययन माला; 10 .
161,471
Textual
हिन्दी साहित्य
O152,2M90:g(S), K3