श्रीवास्तव, सुखस्वरूप

रीति काव्य में श्रृंगार निरूपण Rīti kāvya mean shrṛuangār nirūpaṇa श्रीवास्तव, सुखस्वरूप - आगरा प्रगति प्रकाशन 1972 - 155पृ. cm.

168,036

Textual

O152,1M5:g, L2