यशपाल तुमने क्यों कहा था मैं सुन्दर हूँ Tuhine kyoan kahā thā maian sundar hūँ यशपाल - संस्क0 3 - लखनऊ विप्लव कार्यालय 1965 - विप्लव प्रकाशन सं.; 29 . Standard No.: 171,010 Source: Textual Dewey Class. No.: O152:3N14x, J4;K5