यशपाल झूठा सच देश का भविष्य Zūṭhā sacha: desh kā bhaviṣhya यशपाल - संस्क0 5 - लखनऊ विप्लव प्रका0 1963 - 482पृ. cm. - विप्लव प्रकाशन; 33 . Source: TB Subjects--Topical Terms: हिन्दी साहित्य