जैन, प्रेमसागर

विश्व की मूल लिपि ब्राह्मी Vishva kī mūl lipi brāhmī जैन, प्रेमसागर - इन्दौर वीर निर्वाण ग्रन्थ प्रकाशन समिति 1975 - 144पृ. cm.

278,895

Textual

P, 152L5