तुम्हारा - परसाई* हरिशंका परसाई के जीवन, व्यक्तित्व, परिवेश और व्यंग्यशीलता के संरस्मरणात्मक आख्यान
जैन, कान्तिकुमार
तुम्हारा - परसाई* हरिशंका परसाई के जीवन, व्यक्तित्व, परिवेश और व्यंग्यशीलता के संरस्मरणात्मक आख्यान Tumhārā - parasāī: harishankā parasāī ke jīvana, vyaktitva, parivesh aur vyangyashīlatā ke sanrasmaraṇātmak ākhyāna जैन, कान्तिकुमार - नयी दिल्ली वाणी प्रकाशन 2004 - 334पृ. cm.
8181430980 (hbk) 300
241,413
489, 03/03/2010, Vani Prakashan Textual
O152,8N24w, P4
तुम्हारा - परसाई* हरिशंका परसाई के जीवन, व्यक्तित्व, परिवेश और व्यंग्यशीलता के संरस्मरणात्मक आख्यान Tumhārā - parasāī: harishankā parasāī ke jīvana, vyaktitva, parivesh aur vyangyashīlatā ke sanrasmaraṇātmak ākhyāna जैन, कान्तिकुमार - नयी दिल्ली वाणी प्रकाशन 2004 - 334पृ. cm.
8181430980 (hbk) 300
241,413
489, 03/03/2010, Vani Prakashan Textual
O152,8N24w, P4
