प्रसाद के चार काव्य* जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित 'प्रेमपथिक, करूणालय, महाराणा का महत्व और कानन कुसुम का विशुद आलोचनात्मक एवं व्याख्यात्मक अध्ययन
शर्मा, कृष्ण देव
प्रसाद के चार काव्य* जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित 'प्रेमपथिक, करूणालय, महाराणा का महत्व और कानन कुसुम का विशुद आलोचनात्मक एवं व्याख्यात्मक अध्ययन Prasād ke chār kāvya: jayashankar prasād dvārā likhit 'premapathika, karūṇālaya, hinārāṇā kā hinatva aur kānan kusum kā vishud ālochanātmak evan vyākhyātmak adhyayana शर्मा, कृष्ण देव - 1973
164,386
Textual
हिन्दी साहित्य
O152,1M89:g, L3
प्रसाद के चार काव्य* जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित 'प्रेमपथिक, करूणालय, महाराणा का महत्व और कानन कुसुम का विशुद आलोचनात्मक एवं व्याख्यात्मक अध्ययन Prasād ke chār kāvya: jayashankar prasād dvārā likhit 'premapathika, karūṇālaya, hinārāṇā kā hinatva aur kānan kusum kā vishud ālochanātmak evan vyākhyātmak adhyayana शर्मा, कृष्ण देव - 1973
164,386
Textual
हिन्दी साहित्य
O152,1M89:g, L3
