प्राचीन भारत में सामाजिक गतिशीलता का अध्ययन पूर्व वैदिक काल से लेकर तृतीय चतुर्थ शताब्दी ईसवी तक

भारती, राज

प्राचीन भारत में सामाजिक गतिशीलता का अध्ययन पूर्व वैदिक काल से लेकर तृतीय चतुर्थ शताब्दी ईसवी तक Prāchīn bhārat mean sāmājik gatishīlatā kā adhyayana: pūrva vaidik kāl se lekar tṛutīya chaturtha shatābdī īsavī taka भारती, राज - इलाहाबाद साहित्य प्रकाशन 1985 - 192 पृ. cm.

186,452

Textual

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