प्रेमचन्द का चिंतन अपनी जमीन
त्रिपाठी, राममूर्ति
प्रेमचन्द का चिंतन अपनी जमीन Premachanda kā chiantana: apanī jamīna त्रिपाठी, राममूर्ति - इलाहाबाद लोकभारती प्रका0 1991 - 96पृ. cm.
195,016
Textual
हिन्दी साहित्य
O152,3M80:g, N1
प्रेमचन्द का चिंतन अपनी जमीन Premachanda kā chiantana: apanī jamīna त्रिपाठी, राममूर्ति - इलाहाबाद लोकभारती प्रका0 1991 - 96पृ. cm.
195,016
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हिन्दी साहित्य
O152,3M80:g, N1