धम्मं सरणं पवज्जामि

हरिभद्र सूरिवश्रजी

धम्मं सरणं पवज्जामि Dhamhin saraṇan pavajjāmi हरिभद्र सूरिवश्रजी - मेहसाना श्री विश्वकल्याण प्रकाशन 1985

269,437

Textual


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