जैनदर्शन में पंच परमेष्ठी

राणा, जगमह्र्र्र्र्र्रेन्द्र सिंह

जैनदर्शन में पंच परमेष्ठी Jainadarshan mean pancha parameṣhṭhī राणा, जगमह्र्र्र्र्र्रेन्द्र सिंह - दिल्ली निर्मल पब्लिकेशन्स् 1995 - 265पृ. cm.

269,473

Textual


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Q3:418(R), 152N5